वंदे मातरम् ...
एक बार औरंगजेब की सेना जा रही थी। रास्ते में एक जगह रुकी और सैनिको ने एक किसान की सारी खेती उजाड दी। साथ में खेत की मेढ पर बना थान यानी देवस्थान भी तोडफोड दिया। किसान जब खेत में गया तो उसने दूसरे किसानों से पूछा कि हमारे खेत को किसने उजाडा है, तो उसे बताया कि दिल्ली के राजा औरंगजेब ने...और उसने ही तुम्हारे बापदादा के थान यानी स्मारक स्थल तोडे। किसान ने पूछा कि औरंगजेब के बाप-दादा की कब्रें कहां है, तो बताया कि आगरा में...और किसान ने अपने लड़कों को लिया और आगरा में जाकर अकबर आदि की कब्रें तोड़ डाली...इस किसान ने मुगलों को देश से भगाने के लिए एक सेना तक बना ली थी।

इतिहास गवाह है कि कई वर्ष तक इस #राजराम नामक #जाट ने औरंगजेब की नाक में दम करके रखा और यहां तक कि एक बार तो औरंगजेब के शयनकक्ष तक भी पहुंच गया था। कहते हैं कि औरंगजेब एक बेगम के 52 गजे घाघरे में छिप गया था....लेकिन बाद में किसान को पकड लिया गया और उसके बेटे समेत टुकडे-टुकडे कर दिए गए...कहते हैं कि औरंगजेब ने उस किसान से कहा था कि यदि तुम इस्लाम कबूल कर लोगे तो अपनी बेटी का निकाह तुमसे कर दूंगा...लेकिन किसान झुका नहीं....अमर हो गया!

फ्रांसीसी यात्राी बर्नियर के यात्रा एवं संस्मरण के हिन्दी अनुवाद खूखांर तानाशाह बेरहम लुटेरा औरंगजेब पुस्तक से।
#हिन्दू ( आरंभ से अनन्त के ज्ञानी मानव )

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